14-04-2024 प्रात:मुरली ओम् शान्ति 15.03.99 "बापदादा" मधुबन
कर्मातीत अवस्था तक
पहुँचने के लिए कन्ट्रोलिंग पॉवर को बढ़ाओ, स्वराज्य अधिकारी बनो
वरदान:-
विघ्नकारी
आत्मा को शिक्षक समझ उनसे पाठ पढ़ने वाले अनुभवी-मूर्त भव
जो आत्मायें विघ्न
डालने के निमित्त बनती हैं उन्हें विघ्नकारी आत्मा नहीं देखो, उनको सदा पाठ पढ़ाने
वाली, आगे बढ़ाने वाली निमित्त आत्मा समझो। अनुभवी बनाने वाले शिक्षक समझो। जब कहते
हो निंदा करने वाले मित्र हैं, तो विघ्नों को पास कराके अनुभवी बनाने वाले शिक्षक
हुए, इसलिए विघ्नकारी आत्मा को उस दृष्टि से देखने के बजाए सदा के लिए विघ्नों से
पार कराने के निमित्त, अचल बनाने के निमित्त समझो, इससे और भी अनुभवों की अथॉरिटी
बढ़ती जायेगी।
स्लोगन:-
कम्पलेन्ट के फाइल खत्म कर फाइन और रिफाइन बनो।