21-04-2024 प्रात:मुरली ओम् शान्ति 30.03.99 "बापदादा" मधुबन
तीव्र पुरुषार्थ की
लगन को ज्वाला रूप बनाकर बेहद के वैराग्य की लहर फैलाओ
वरदान:-
शुद्ध और
समर्थ संकल्पों की शक्ति से व्यर्थ वायब्रेशन को समाप्त करने वाले सच्चे सेवाधारी
भव
कहा जाता है संकल्प
भी सृष्टि बना देता है। जब कमजोर और व्यर्थ संकल्प करते हो तो व्यर्थ वायुमण्डल की
सृष्टि बन जाती है। सच्चे सेवाधारी वह हैं जो अपने शुद्ध शक्तिशाली संकल्पों से
पुराने वायब्रेशन को भी समाप्त कर दें। जैसे साइंस वाले शस्त्र से शस्त्र को खत्म
कर देते हैं, एक विमान से दूसरे विमान को गिरा देते हैं ऐसे आपके शुद्ध, समर्थ
संकल्प का वायब्रेशन, व्यर्थ वायब्रेशन को समाप्त कर दे, अब ऐसी सेवा करो।
स्लोगन:-
विघ्न रूपी सोने के महीन धागों से मुक्त बनो, मुक्ति वर्ष मनाओ।
सूचनाः- आज मास का
तीसरा रविवार अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस है, सभी ब्रह्मा वत्स संगठित रूप में सायं
6.30 से 7.30 बजे तक विशेष अपने पूज्य स्वरूप में स्थित हो, स्वयं को इष्ट देव,
ईष्ट देवी समझ अपने भक्तों की मनोकामनायें पूरी करें, नज़र से निहाल करने की,
दर्शनीय मूर्त बन सर्व को दर्शन कराते हुए प्रसन्न करने की सेवा करें।