01-01-2025        प्रात:मुरली    ओम् शान्ति     "बापदादा"        मधुबन


“मीठे बच्चे - तुम ज्ञान की बरसात कर हरियाली करने वाले हो, तुम्हें धारणा करनी और करानी है''

प्रश्नः-
जो बादल बरसते नहीं हैं, उन्हें कौन-सा नाम देंगे?

उत्तर:-
वह हैं सुस्त बादल। चुस्त वह जो बरसते हैं। अगर धारणा हो तो बरसने के बिना रह नहीं सकते। जो धारणा कर दूसरों को नहीं कराते उनका पेट पीठ से लग जाता है, वह गरीब हैं। प्रजा में चले जाते हैं।

प्रश्नः-
याद की यात्रा में मुख्य मेहनत कौन-सी है?

उत्तर:-
अपने को आत्मा समझ बाप को बिन्दु रूप में याद करना, बाप जो है जैसा है उसी स्वरूप से यथार्थ याद करना, इसमें ही मेहनत है।

गीत:-
जो पिया के साथ है ........

धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) स्वच्छ बुद्धि बन वन्डरफुल ज्ञान को धारण कर बाप समान मास्टर ज्ञान सागर बनना है। नॉलेज से सर्व गुण स्वयं में धारण करने हैं।

2) जैसे बाबा ने तन-मन-धन सर्विस में लगाया, सरेन्डर हुए ऐसे बाप समान अपना सब कुछ ईश्वरीय सेवा में सफल करना है। सदा रिफ्रेश रहने के लिए एम ऑब्जेक्ट का चित्र साथ में रखना है।

वरदान:-
एकरस स्थिति द्वारा सदा एक बाप को फालो करने वाले प्रसन्नचित भव

आप बच्चों के लिए ब्रह्मा बाप की जीवन एक्यूरेट कम्प्युटर है। जैसे आजकल कम्प्यूटर द्वारा हर एक प्रश्न का उत्तर पूछते हैं। ऐसे मन में जब भी कोई प्रश्न उठता है तो क्या, क्यों, कैसे के बजाए ब्रह्मा बाप के जीवन रूपी कम्प्युटर से देखो। क्या और कैसे का क्वेश्चन ऐसे में बदल जायेगा। प्रश्नचित के बजाए प्रसन्नचित बन जायेंगे। प्रसन्नचित अर्थात् एकरस स्थिति में एक बाप को फालो करने वाले।

स्लोगन:-
आत्मिक शक्ति के आधार पर सदा स्वस्थ रहने का अनुभव करो।

विशेष नोट:- सभी ब्रह्मा वत्स 1 जनवरी से 31 जनवरी 2025 तक विशेष अन्तर्मुखता की गुफा में बैठ योग तपस्या करते हुए पूरे विश्व को अपनी शक्तिशाली मन्सा द्वारा विशेष सकाश देने की सेवा करना जी। इसी लक्ष्य से इस मास के पत्र पुष्प में जो अव्यक्त इशारे भेजे गये हैं, वह पूरे जनवरी मास में मुरली के नीचे भी लिख रहे हैं। आप सभी इन प्वाइंटस पर विशेष मनन चिंतन करते हुए मन्सा सेवा के अनुभवी बनें।

अपनी शक्तिशाली मन्सा द्वारा सकाश देने की सेवा करो

आप शान्ति दूत बच्चे, कहाँ भी रहते, चलते-फिरते सदा अपने को शान्ति दूत समझकर चलो। जो स्वयं शान्त स्वरूप, शक्तिशाली स्वरूप में स्थित होंगे वह दूसरों को भी शान्ति और शक्ति की सकाश देते रहेंगे।