06-04-2025     प्रात:मुरली  ओम् शान्ति 15.12.2004 "बापदादा"    मधुबन


'बापदादा की विशेष आशा - हर एक बच्चा दुआयें दे और दुआयें ले"


वरदान:-
सर्व शक्तियों को आर्डर प्रमाण अपना सहयोगी बनाने वाले प्रकृति जीत भव

सबसे बड़े ते बड़ी दासी प्रकृति है। जो बच्चे प्रकृतिजीत बनने का वरदान प्राप्त कर लेते हैं उनके आर्डर प्रमाण सर्व शक्तियां और प्रकृति रूपी दासी कार्य करती है अर्थात् समय पर सहयोग देती हैं। लेकिन यदि प्रकृतिजीत बनने के बजाए अलबेलेपन की नींद में व अल्पकाल की प्राप्ति के नशे में व व्यर्थ संकल्पों के नाच में मस्त होकर अपना समय गॅवाते हो तो शक्तियां आर्डर पर कार्य नहीं कर सकती इसलिए चेक करो कि पहले मुख्य संकल्प शक्ति, निर्णय शक्ति और संस्कार की शक्ति तीनों ही आर्डर में हैं?

स्लोगन:-
बापदादा के गुण गाते रहो तो स्वयं भी गुणमूर्त बन जायेंगे।

अव्यक्त इशारे - “कम्बाइण्ड रूप की स्मृति से सदा विजयी बनो''

कम्बाइण्ड सेवा के बिना सफलता असम्भव है। ऐसा नहीं कि जाओ सेवा करने और लौटो तो कहो माया आ गई, मूड ऑफ हो गया, डिस्टर्ब हो गये इसलिए अन्डरलाइन करो - सेवा में सफलता या सेवा में वृद्धि का साधन है स्व की सेवा और सर्व की कम्बाइण्ड सेवा।