10-08-2025 प्रात:मुरली ओम् शान्ति 31.10.2006 "बापदादा" मधुबन
“सदा स्नेही के साथ
अखण्ड महादानी बनो तो विघ्न-विनाशक, समाधान स्वरूप बन जायेंगे''
वरदान:-
गोल्डन एजेड
स्वभाव द्वारा गोल्डन एजेड सेवा करने वाले श्रेष्ठ पुरुषार्थी भव
जिन बच्चों के स्वभाव
में ईर्ष्या, सिद्ध और जिद के भाव की अथवा किसी भी पुराने संस्कार की अलाए मिक्स नहीं
है वे हैं गोल्डन एजेड स्वभाव वाले। ऐसा गोल्डन एजेड स्वभाव और सदा हाँ जी का
संस्कार बनाने वाले श्रेष्ठ पुरुषार्थी बच्चे जैसा समय, जैसी सेवा वैसे स्वयं को
मोल्ड कर रीयल गोल्ड बन जाते हैं। सेवा में भी अभिमान वा अपमान की अलाए मिक्स न हो
तब कहेंगे गोल्डन एजेड सेवा करने वाले।
स्लोगन:-
क्यों क्या के प्रश्नों को समाप्त कर सदा प्रसन्नचित रहो।
अव्यक्त इशारे -
सहजयोगी बनना है तो परमात्म प्यार के अनुभवी बनो
लवलीन स्थिति वाली
समान आत्मायें सदा के योगी हैं। योग लगाने वाले नहीं लेकिन हैं ही लवलीन। अलग ही नहीं
हैं तो याद क्या करेंगे! स्वत: याद है ही। जहाँ साथ होता है तो याद स्वत: रहती है।
तो समान आत्माओं की स्टेज साथ रहने की है, समाये हुए रहने की है।