10-11-2024 प्रात:मुरली ओम् शान्ति 14.11.2002 "बापदादा" मधुबन
ब्राह्मण जीवन का
फाउण्डेशन और सफलता का आधार - निश्चयबुद्धि
वरदान:-
सब कुछ
तेरा-तेरा कर मेरे पन के अंश मात्र को भी समाप्त करने वाले डबल लाइट भव
किसी भी प्रकार का
मेरापन - मेरा स्वभाव, मेरा संस्कार, मेरी नेचर...कुछ भी मेरा है तो बोझ है और बोझ
वाला उड़ नहीं सकता। यह मेरा-मेरा ही मैला बनाने वाला है इसलिए अब तेरा-तेरा कह
स्वच्छ बनो। फरिश्ता माना ही मेरे पन का अंशमात्र नहीं। संकल्प में भी मेरेपन का
भान आये तो समझो मैला हुआ। तो इस मैलेपन के बोझ को समाप्त कर, डबल लाइट बनो।
स्लोगन:-
जहान के नूर वह हैं जो बापदादा को अपने नयनों में समाने वाले हैं।