13-07-2025     प्रात:मुरली  ओम् शान्ति 03.02.2006 "बापदादा"    मधुबन


“परमात्म प्यार में सम्पूर्ण पवित्रता की ऐसी स्थिति बनाओ जिसमें व्यर्थ का नामनिशान न हो''


वरदान:-
साइलेन्स की शक्ति द्वारा सेकण्ड में मुक्ति और जीवनमुक्त का अनुभव कराने वाले विशेष आत्मा भव

विशेष आत्माओं की लास्ट विशेषता है - कि सेकण्ड में किसी भी आत्मा को मुक्ति और जीवनमुक्ति के अनुभवी बना देंगे। सिर्फ रास्ता नहीं बतायेंगे लेकिन एक सेकण्ड में शान्ति का वा अतीन्द्रिय सुख का अनुभव करायेंगे। जीवनमुक्ति का अनुभव है सुख और मुक्ति का अनुभव है शान्ति। तो जो भी सामने आये वह सेकण्ड में इसका अनुभव करे - जब ऐसी स्पीड होगी तब साइंस के ऊपर साइलेंस की विजय देखते हुए सबके मुख से वाह-वाह का आवाज निकलेगा और प्रत्यक्षता का दृश्य सामने आयेगा।

स्लोगन:-
बाप के हर फरमान पर स्वयं को कुर्बान करने वाले सच्चे परवाने बनो।

अव्यक्त इशारे - संकल्पों की शक्ति जमा कर श्रेष्ठ सेवा के निमित्त बनो

अभी जैसे वाचा से डायरेक्शन देना पड़ता है, ऐसे श्रेष्ठ संकल्प से सारी कारोबार चल सकती है। साइंस वाले नीचे पृथ्वी से ऊपर तक डायरेक्शन लेते रहते हैं, तो क्या आप श्रेष्ठ संकल्प की शक्ति से सारी कारोबार नहीं चला सकते हो! जैसे बोल करके बात को स्पष्ट करते हैं, वैसे आगे चल कर संकल्प से सारी कारोबार चलेगी, इसके लिए श्रेष्ठ संकल्पों का स्टाक जमा करो।