14-11-2024 प्रात:मुरली ओम् शान्ति "बापदादा" मधुबन
“मीठे बच्चे - इन आंखों से
जो कुछ दिखाई देता है, इसे देखते हुए भी नहीं देखो, इनसे ममत्व निकाल दो क्योंकि इसे
आग लगनी है''
प्रश्नः-
ईश्वरीय
गवर्मेन्ट का गुप्त कर्तव्य कौन-सा है, जिसे दुनिया नहीं जानती?
उत्तर:-
ईश्वरीय
गवर्मेन्ट आत्माओं को पावन बनाकर देवता बनाती है - यह है बहुत गुप्त कर्तव्य, जिसे
मनुष्य नहीं समझ सकते। जब मनुष्य देवता बनें तब तो नर्कवासी से स्वर्गवासी बन सकें।
मनुष्य का सारा कैरेक्टर विकारों ने बिगाड़ा है। अभी तुम सबको श्रेष्ठ कैरेक्टर वाला
बनाने की सेवा करते हो, यही तुम्हारा मुख्य कर्तव्य है।
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) माया के धोखे से बचने के लिए किसी भी प्रकार की इच्छा नहीं रखनी है।
इच्छा मात्रम् अविद्या बनना है।
2) विश्व के बादशाही की प्राइज़ लेने के लिए मुख्य है पवित्रता, इसलिए पवित्र
बनने की हिम्मत रखनी है। अपने कैरेक्टर्स सुधारने हैं।
वरदान:-
सदा याद की
छत्रछाया के नीचे, मर्यादा की लकीर के अन्दर रहने वाले मायाजीत विजयी भव
बाप की याद ही छत्रछाया
है, छत्रछाया में रहना अर्थात् मायाजीत विजयी बनना। सदा याद की छत्रछाया के नीचे और
मर्यादा की लकीर के अन्दर रहो तो कोई की हिम्मत नहीं अन्दर आने की। मर्यादा की लकीर
से बाहर निकलते हो तो माया भी अपना बनाने में होशियार है। लेकिन हम अनेक बार विजयी
बने हैं, विजय माला हमारा ही यादगार है इस स्मृति से सदा समर्थ रहो तो माया से हार
हो नहीं सकती।
स्लोगन:-
सर्व
खजानों को स्वयं में समा लो तो सम्पन्नता का अनुभव होता रहेगा।