17-01-2025        प्रात:मुरली    ओम् शान्ति     "बापदादा"        मधुबन


“मीठे बच्चे - तुम भारत के मोस्ट वैल्युबुल सर्वेन्ट हो, तुम्हें अपने तन-मन-धन से श्रीमत पर इसे रामराज्य बनाना है''

प्रश्नः-
सच्ची अलौकिक सेवा कौन-सी है, जो अभी तुम बच्चे करते हो?

उत्तर:-
तुम बच्चे गुप्त रीति से श्रीमत पर पावन भूमि सुखधाम की स्थापना कर रहे हो - यही भारत की सच्ची अलौकिक सेवा है। तुम बेहद बाप की श्रीमत पर सबको रावण की जेल से छुड़ा रहे हो। इसके लिए तुम पावन बनकर दूसरों को पावन बनाते हो।

गीत:-
नयन हीन को राह दिखाओ.......

धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) जैसे हाइएस्ट बापदादा सिम्पुल रहते हैं ऐसे बहुत-बहुत सिम्पल, निराकारी और निरहंकारी बनकर रहना है। बाप द्वारा जो फर्स्टक्लास ज्ञान मिला है, उसका चिंतन करना है।

2) ड्रामा जो हूबहू रिपीट हो रहा है, इसमें बेहद का पुरुषार्थ कर बेहद सुख की प्राप्ति करनी है। कभी ड्रामा कहकर रुक नहीं जाना है। प्रालब्ध के लिए पुरुषार्थ जरूर करना है।

वरदान:-
अव्यक्त स्वरूप की साधना द्वारा पावरफुल वायुमण्डल बनाने वाले अव्यक्त फरिश्ता भव

वायुमण्डल को पावरफुल बनाने का साधन है अपने अव्यक्त स्वरूप की साधना। इसका बार-बार अटेन्शन रहे क्योंकि जिस बात की साधना की जाती है, उसी बात का ध्यान रहता है। तो अव्यक्त स्वरूप की साधना अर्थात् बार-बार अटेन्शन की तपस्या चाहिए इसलिए अव्यक्त फरिश्ता भव के वरदान को स्मृति में रख शक्तिशाली वायुमण्डल बनाने की तपस्या करो, तो आपके सामने जो भी आयेगा वह व्यक्त और व्यर्थ बातों से परे हो जायेगा।

स्लोगन:-
सर्व शक्तिमान् बाप को प्रत्यक्ष करने के लिए एकाग्रता की शक्ति को बढ़ाओ।

अपनी शक्तिशाली मन्सा द्वारा सकाश देने की सेवा करो

जैसे अपने स्थूल कार्य के प्रोग्राम को दिनचर्या प्रमाण सेट करते हो, ऐसे अपनी मन्सा समर्थ स्थिति का प्रोग्राम सेट करो। जितना अपने मन को समर्थ संकल्पों में बिजी रखेंगे तो मन को अपसेट होने का समय ही नहीं मिलेगा। मन सदा सेट अर्थात् एकाग्र है तो स्वत: अच्छे वायब्रेशन फैलते हैं। सेवा होती है।