17-11-2024     प्रात:मुरली  ओम् शान्ति 30.11.2002 "बापदादा"    मधुबन


“रिटर्न शब्द की स्मृति से समान बनो और रिटर्न-जर्नी के स्मृति स्वरूप बनो"


वरदान:-
सर्व आत्माओं में अपनी शुभ भावना का बीज डालने वाले मास्टर दाता भव

फल का इन्तजार न कर आप अपनी शुभ भावना का बीज हर आत्मा में डालते चलो। समय पर सर्व आत्माओं को जगना ही है। कोई आपोजीशन भी करता है तो भी आपको रहम की भावना नहीं छोड़नी है, यह आपोजीशन, इनसल्ट, गालियां खाद का काम करेंगी और अच्छा फल निकलेगा। जितना गाली देते हैं उतना गुण गायेंगे, इसलिए हर आत्मा को अपनी वृत्ति द्वारा, वायब्रेशन द्वारा, वाणी द्वारा मास्टर दाता बन देते चलो।

स्लोगन:-
सदा प्रेम, सुख, शान्ति और आनंद के सागर में समाये हुए बच्चे ही सच्चे तपस्वी हैं।

सूचनाः- आज मास का तीसरा रविवार अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस है, सभी ब्रह्मा वत्स संगठित रूप में सायं 6.30 से 7.30 बजे तक विशेष वरदाता भाग्य विधाता बापदादा के साथ कम्बाइन्ड स्वरूप में स्थित हो, अव्यक्त वतन से सर्व आत्माओं को सुख शान्ति का वरदान देने की सेवा करें।