29-07-2024 प्रात:मुरली ओम् शान्ति "बापदादा" मधुबन
“मीठे बच्चे - बाबा आया है
तुम्हें ज्ञान रत्न देने, मुरली सुनाने, इसलिए तुम्हें कभी भी मुरली मिस नहीं करनी
है, मुरली से प्यार नहीं तो बाप से प्यार नहीं''
प्रश्नः-
सबसे अच्छा
कैरेक्टर कौन-सा है, जो तुम इस नॉलेज से धारण करते हो?
उत्तर:-
वाइसलेस बनना
यह सबसे अच्छा कैरेक्टर है। तुम्हें नॉलेज मिलती है कि यह सारी दुनिया विशश है,
विशश माना ही कैरेक्टरलेस। बाप आया है वाइसलेस वर्ल्ड स्थापन करने। वाइसलेस देवतायें
कैरेक्टर वाले हैं। कैरे-क्टर सुधरते हैं बाप की याद से।
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) हमारा बाप, सुप्रीम बाप, सुप्रीम टीचर, सुप्रीम सतगुरू है - यह बात
सबको सुनानी है। अल्फ और बे की पढ़ाई पढ़ानी है।
2) ज्ञान अर्थात् सृष्टि चक्र की नॉलेज को धारण कर स्वदर्शन चक्रधारी बनना है और
विज्ञान अर्थात् आवाज़ से परे शान्ति में जाना है। 7 रोज़ का कोर्स लेकर फिर कहाँ
भी रहते पढ़ाई करनी है।
वरदान:-
सेवा में
मान-शान के कच्चे फल को त्याग सदा प्रसन्नचित रहने वाले अभिमान मुक्त भव
रॉयल रूप की इच्छा का
स्वरूप नाम, मान और शान है। जो नाम के पीछे सेवा करते हैं, उनका नाम अल्प-काल के
लिए हो जाता है लेकिन ऊंच पद में नाम पीछे हो जाता है क्योंकि कच्चा फल खा लिया। कई
बच्चे सोचते हैं कि सेवा की रिजल्ट में मेरे को मान मिलना चाहिए। लेकिन यह मान नहीं
अभिमान हैं। जहाँ अभिमान है वहाँ प्रसन्नता नहीं रह सकती, इसलिए अभिमान मुक्त बन सदा
प्रसन्नता का अनुभव करो।
स्लोगन:-
परमात्म प्यार के सुखदाई झूले में झूलो तो दु:ख की लहर आ नहीं सकती।